‘संदीप घोष ने वेंडर्स का पक्ष लिया, उनकी आपराधिक सांठगांठ…’, CBI ने कोर्ट में किया बड़ा दावा
संदीप घोष 2016 से 2018 तक मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में थे। 2018 के अंत में उन्हें कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। पढ़िए अत्री मित्रा और स्वीटी कुमारी की रिपोर्ट
कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या और कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच सीबीआई कर रही है। इस बीच सीबीआई ने एक विशेष अदालत को बताया है कि उसकी जांच से पता चला है कि कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गलत लाभ के लिए अन्य आरोपियों के साथ आपराधिक सांठगांठ थी।
सीबीआई ने यह भी दावा किया गया कि दो विक्रेताओं (जिन्हें संदीप घोष उस समय से जानते थे जब वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तैनात थे) को अस्पताल के ठेके मिलने से उन्हें फायदा हुआ। सीबीआई ने आरोप लगाया कि उनके सुरक्षाकर्मी की पत्नी की एक फर्म को आर जी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल द्वारा एक कैफे कॉन्ट्रैक्ट भी दिया गया था।
ये दलीलें सीबीआई ने 3 सितंबर को अलीपुर की विशेष अदालत के सामने रखी थीं। संदीप घोष को तीन अन्य लोगों (बिप्लब सिंघा, सुमन हाजरा और अफसर अली) के साथ उनकी गिरफ्तारी के बाद वहां पेश किया गया था। ये चारों सीबीआई की हिरासत में हैं।
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