भारत के इस राज्य में समुद्र के ऊपर बना कांच का पुल, CM ने खुद की सैर, नज़ारा देखकर ही मज़ा आ जाएगा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर धनुषाकार पुल का एक वीडियो साझा किया, उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने पुल पर सैर भी की।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कन्याकुमारी में विवेकानंद स्मारक और तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ने वाले एक नए कांच के पुल (Glass Bridge) का उद्घाटन किया। यह इस तरह का भारत का पहला पुल है, जो काफी आकर्षण का केंद्र बनने वाला है। यह पुल 77 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा है। खास बात यह है कि पुल की सतह से आपको नीचे के नज़ारा दिखाई देगा, यह एक बेहतरीन और काफी नया अनुभव हो सकता है।
तमिलनाडु सरकार की परियोजना
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर धनुषाकार पुल का एक वीडियो साझा किया, उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने पुल पर सैर भी की।
कन्याकुमारी में 37 करोड़ रुपये की यह परियोजना तमिलनाडु सरकार द्वारा शुरू की गई थी, जिसका उद्घाटन 30 दिसंबर को दिवंगत मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि द्वारा तिरुवल्लुवर प्रतिमा के अनावरण की रजत जयंती के अवसर पर किया गया था। कांच का यह पुल 77 मीटर (252 फीट) लंबा और 10 मीटर चौड़ा है, जो क्षेत्र के दो सबसे प्रतिष्ठित स्थलों – विवेकानंद रॉक मेमोरियल और 133 फीट ऊंची तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ता है। यह यहां घूमने आने वाले लोगों को एक शानदार अनुभव महसूस कराता है। यहां से समुद्र का शानदार नज़ारा दिखाई देता है।
इससे पहले, पर्यटकों को कन्याकुमारी बोट जेटी से विवेकानंद स्मारक और फिर तिरुवल्लुवर प्रतिमा तक जाने के लिए नौका सेवा पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब यह रास्ता उनकी राह आसान कर देगा। कांच के पुल के उद्घाटन के साथ आगंतुक अब दो स्मारकों के बीच आराम से टहल सकते हैं, जिससे यात्रा का समय कम हो जाता है और एक अधिक आरामदायक विकल्प मिलता है। पुल पार करते समय नीचे समुद्र के लुभावने दृश्य इस यात्रा को अपने आप में एक यादगार अनुभव बनाते हैं।