CM पटेल को छोड़ सभी गुजरात के मंत्रियों ने दिया इस्तीफा – नई Cabinet की तैयारी
Gujrat में एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर राज्य मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। इस कदम ने गुजरात सरकार में आमूल-चूल परिवर्तन की चर्चाओं को जन्म दे दिया है, जो एक नई टीम और मंत्रिमंडल में नए चेहरों की तैयारी का संकेत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों ने अपने इस्तीफे CM भूपेंद्र पटेल को सौंप दिए, जो जल्द ही राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सूची सौंपेंगे। यह निर्णय कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व की एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद लिया गया, जो दर्शाता है कि पार्टी आगामी राजनीतिक घटनाक्रमों से पहले शासन को मजबूत करने और नए नेतृत्व को लाने के लिए एक रणनीतिक फेरबदल की योजना बना रही है।
इस्तीफों की इस लहर ने राज्य के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य सरकार की छवि को निखारना और प्रशासनिक दक्षता में सुधार करना है। इसी तरह के कदम पहले अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी देखे गए थे, जहाँ नए मंत्रियों को शामिल करने और विभागों में बदलाव के लिए बड़े फेरबदल से पहले पूरे मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा आंतरिक पुनर्गठन के प्रति अपने गतिशील दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है, और यह घटनाक्रम उसी प्रवृत्ति का अनुसरण करता है। रिपोर्टों से पता चलता है कि कुछ वरिष्ठ नेताओं को संगठनात्मक भूमिकाओं में फिर से नियुक्त किया जा सकता है, जबकि नए, युवा चेहरों को आगामी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। यह फेरबदल अगले विधानसभा चुनावों की तैयारी और शासन में जनता का विश्वास बनाए रखने की पार्टी की व्यापक योजना का भी हिस्सा हो सकता है।
CM भूपेंद्र पटेल, जो पद पर बने हुए हैं, जल्द ही नए मंत्रिमंडल की घोषणा करने की उम्मीद है। नए गुजरात मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली में राज्य और केंद्रीय भाजपा नेताओं के बीच चर्चा चल रही है।
यह कदम गुजरात में अपनी पकड़ बनाए रखने पर भाजपा के फोकस को दर्शाता है, जो दशकों से पार्टी का गढ़ रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार के साथ, सत्तारूढ़ दल का लक्ष्य विकास कार्यक्रमों और कल्याणकारी योजनाओं के कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अनुभव और नई ऊर्जा का संतुलन लाना है।
जैसे-जैसे राजनीतिक फेरबदल हो रहा है, सभी की निगाहें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के अगले कदम और गुजरात के राजनीतिक परिदृश्य में उभरने वाले नए चेहरों पर टिकी हैं।