Rare super blue moon: रक्षाबंधन के दिन आज आसमान में दिखेगा बड़ा और नीला चांद, जानें सुपरमून क्यों होता है ज्यादा चमकीला
Rare super blue moon today: आज रक्षाबंधन के दिन आसमान में दिखेगा सुपर ब्लू मून, जानें कैसे देखें
Rare super blue moon: आज 19 अगस्त है और हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन पूर्णिमा भी है। रक्षाबंधन का यह दिन एक और वजह से बेहद खास है और वो है आसमान में दिखने वाला सुपर ब्लू मून (Super Blue Moon)। NASA के मुताबिक, आसमान में दिखने वाला 2024 का दुर्लभ सुपरमून अगले तीन दिनों तक दिखाई देता रहेगा। रविवार को दिखने वाला फुल मून (full moon) बुधवार तक विजिबल होगा।
2024 के अगले तीन सुपरमून 17 सितंबर को दिखेगा जिसे Harvest Moon का नाम दिया गया है। वहीं 17 अक्तूबर को दिखने वाले तीसरे सुपरमून को Hunter’s Moon और 15 नवंबर को दिखने वाले फुल मून को Beaver Moon नाम से जाना जाएगा।
बता दें कि जब फुल मून के समय चंद्रमा, पृथ्वी के बेहद नजदीक आ जाता है तो उसका आकार 12 से 14 फीसदी बड़ा दिखता है। आमतौर पर चांद की दूरी पृथ्वी से 406,300km है लेकिन सुपर ब्लू मून के समय यह घटकर 356,700km रह जाती है और चांद धरती से बड़ा दिखाई देता है और इसी घटना को सुपरमून कहा जाता है।
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कम हो जाती है चांद की दूरी
सुपरमून आज (सोमवार) रात करीब 11 बजकर 55 मिनट पर सबसे बड़ा और ज्यादा चमकीला नजर आएगा। ब्लू सुपरमून दो तरह के होते हैं- पहला मंथली ब्लू मून जो हर दूसरे हफ्ते दिखता है। दूसरा सीजनल ब्लू मून जो एक सीजन में दिखने वाले चार पूर्ण चंद्रमा से तीसरा वाला।
ऐसा तब होता है जब चांद अपनी कक्षा में पृथ्वी का चक्कर लगाते समय धरती के सबसे नजदीक आ जाता है। क्योंकि चांद धरती के चारों तरफ गोलाकार चक्कर नहीं लगाता, और यह अंडाकार कक्षा में ही घूमता रहता है। इसलिए यह पृथ्वी के नजदीक आ जाता है और इसकी चमक भी बढ़ती है।
ऐसा तब होता है जब चांद अपनी कक्षा में पृथ्वी का चक्कर लगाते समय धरती के सबसे नजदीक आ जाता है। क्योंकि चांद धरती के चारों तरफ गोलाकार चक्कर नहीं लगाता, और यह अंडाकार कक्षा में ही घूमता रहता है। इसलिए यह पृथ्वी के नजदीक आ जाता है और इसकी चमक भी बढ़ती है।