Sweep-in Facility: सेविंग्स अकाउंट पर पा सकते हैं 7.75% तक ब्याज, बस करना होगा बैंक के इस फैसिलिटी का इस्तेमाल
Sweep-in FD: अगर आप अपने पैसे बैंक के बचत खाते में रखते हैं तो ऑटो स्वीप एफडी सुविधा के तहत अपने जमा पैसों पर 7.75% तक ब्याज हासिल कर सकते हैं. यहां पूरी डिटेल चेक कर सकते हैं.
Auto Sweep-in FD Facility: पैसों को सुरक्षित रखने के लिए बैंक एक बेहतर विकल्प माना जाता हैं। बैंक की इस सुविधा का लाभ लेने के लिए शुरूआती चरण में ज्यादातर लोग बचत खाता यानी सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं। बचत खाताधारकों से अगर पूछा जाए कि आप बैंक में पैसा क्यों रखते हैं? तो ज्यादातर लोगों की ओर से पहला जवाब यहीं आयगा कि बैंक में पैसा रखने पर खोने या चोरी होने का डर खत्म हो जाता है। कुछ लोग ये भी कहेंगे कि जरूरत पड़ने या इमरजेंसी जैसी स्थिति में बड़े आसानी से अपना पैसा इस्तेमाल कर सकते हैं। मौजूदा समय में तकनीकि सुधार के कारण बैंकिंग सुविधाओं का काफी विस्तार हुआ है।
यही वजह है कि लोग डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, डिजिटल बैंकिंग और यूपीआई सर्विस जैसे विकल्पों के जरिए रिचार्ज और शॉपिंग, खाने-पीने के खर्चों, मेडिकल, ट्रैवल और अन्य रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आसानी से अपना पैसा इस्तेमाल कर पा रहे हैं। साथ ही घर खरीदने के लिए डाउन पेमेंट या ड्रीम वेकेशन या अन्य के लिए पैसे जोड़ पाते हैं। बैंक में बचत खाता रहने से लोन लेने में कम भागदौड़, कई बार खास ऑफर और छूट भी मिल जाते हैं। सुरक्षा, सहूलियत और बैंकिंग सुविधाओं के अलावा बचत खाते में जमा पैसों पर रिटर्न भी मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न एफडी जैसे निवेश विकल्पों की तुलना में काफी कम होते हैं। आज हम आपको बैंक की एक ऐसी सुविधा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप बचत खाते पर एफडी के लगभग बराबर 7.75 फीसदी तक या अधिक ब्याज हासिल कर सकते हैं, और तो और इमरजेंसी जैसी स्थिति या अन्य कामकाज के लिए जब चाहें पैसे भी निकाल सकते हैं। बचत खाते में जमा पैसों पर अधिक रिटर्न दिलाने वाले बैंक के इस सुविधा का नाम फिक्स्ड डिपॉजिट स्वीप-इन सर्विस है। कुछ बैकों में ये ऑटो स्वीप-इन एफडी या ऑटो स्वीप फैसिलिटी के नाम से जानी जाती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
स्वीप-इन एफडी फैसिलिटी के तहत आप बैंक खाते में पड़ी अतिरिक्त रकम को एफडी अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। स्वीप-इन-एफडी (Sweep-in FD) एक ऑटो-स्वीप सर्विस होती है। इसके तहत आपके सेविंग्स अकाउंट में जो भी एक्स्ट्रा पैसे होते हैं, उन्हें एफडी में ट्रांसफर कर दिया जाता है। यानी यह एक प्रकार का फिक्स्ड डिपॉजिट है जो निवेशकों को अपने बचत खाते से अतिरिक्त रकम को आटोमैटिक रूप से एफडी खाते में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है।
तमाम बैंकों के एफडी स्कीम के लगभग बराबर रिटर्न हासिल कर सकते हैं
बैंक खाते में जमा पैसों को जब चाहे इस्तेमाल कर सकते हैं.
स्विप इन फैसलिटी के फायदे?
बचत खाते में कितना पैसा पड़े रहना चाहिए और उससे अधिक का फंड एफडी में ट्रांसफर हो, यह लिमिट आप खुद तय कर सकते हैं। आपको पहले एक थ्रेसहोल्ड लिमिट तय करनी होगी। इस लिमिट से ज्यादा पैसे एक्स्ट्रा पैसे माने जाएंगे, जो एफडी में ट्रांसफर हो जाएंगे।