Year Ender: भारत-पाकिस्तान में इंटरनेट स्पीड कितनी? जानकर लग जाएगा झटका, ये हैं सबसे फास्ट मोबाइल Internet वाले टॉप-10 देश
Fastest Mobile Internet Speeds in 2024: दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट स्पीड ऑफर करने वाले टॉप-10 देश कौन से हैं? जानें पाकिस्तान और भारत किस नंबर पर…
Fastest Mobile Internet Speeds in 2024: क्या आप जानते हैं कि दुनियाभर में अक्टूबर 2024 में कुल 5.52 बिलियन लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे थे। जी हां, पिछले 12 महीनों इंटरनेट यूजर्स की संख्या में 151 मिलियन का इजाफा हुआ है। DataReportal ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में इस जानकारी का खुलासा किया है।
2024 में सबसे ज्यादा मोबाइल इंटरनेट स्पीड ऑफर करने वाले 10 देश
दुनियाभर में दूर बैठे लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने वाला इंटरनेट आज हम सबकी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। अन्य डिजिटल डिवाइसेज के अलावा, स्मार्टफोन्स/मोबाइल फोन्स से हम सबसे ज्यादा इंटरनेट से कनेक्ट रहते हैं। दुनियाभर में इंटरनेट की पहुंच और जरूरत तेजी से बढ़ रही है।
इसी तरह, मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन की स्पीड में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। DataReportal की रिपोर्ट में यह जानकारी बताई गई है कि एक टिपिकल मोबाइल यूजर आमतौर पर 55.8 Mbps की डाउनलोड स्पीड एन्जॉय करता है यानी पिछले साल की तुलना में डाउनलोड स्पीड करीब 30 फीसदी तक बढ़ गई है।
खास बात है कि दुनिया के करीब 17 देशों के लोग 100Mbps से ज्यादा की स्पीड एक्सपीरियंस कर रहे हैं।
दुनिया में सबसे ज्यादा फास्ट मोबाइल डाउनलोड स्पीड ऑफर करने के मामले में UAE नंबर सबसे आगे है। यहां की राजधानी में इंटरनेट स्पीड करीब 100 गुना तक बढ़ गई है और आने वाले सालों में यहां इंटरनेट स्पीड तीन गुना होने की उम्मीद है।
साल 2012 में यूएई के इंटरनेट पावरहाउस बनकर उभरा और यहां डिजिटल इन्वेस्टमेंट में जमकर निवेश हुआ।
बात करें दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था यानी यूनाइटेड स्टेट्स की तो सबसे तेज इंटरनेट देने के मामले में यह 13वें नंबर पर है। और यह कई हाई-इनकम देशों से पीछे हैं।
Speedtest Global Index ने नवंबर 2024 में सबसे तेज मोबाइल इंटरनेट स्पीड ऑफर करने वाले देशों की लिस्ट जारी की है।
Speedtest Global Index में भारत किस नंबर पर
भारत में फिलहाल करीब 900 मिलियन इंटरनेट यूजर्स हैं और चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन मार्केट है। तेजी से होता इंटरनेट का विस्तार और कोशिशों के बीच अभी भी भारत में सिर्फ 50 फीसदी आबादी तक ही इंटरनेट की पहुंच है। Statista के मुताबिक, यह ग्लोबल एवरेज से कम है।