कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं विनेश फोगाट, प्रियंका गांधी से मिलेंगी महिला पहलवान? हरियाणा के पूर्व CM भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कही यह बात
विनेश फोगाट जब पेरिस ओलंपिक से स्वदेश लौटी थीं तो दीपेंद्र हुड्डा ने एयरपोर्ट पर उनसे मुलाकात की थी और काफी समय तक साथ रहे थे।
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौटीं। उन्हें गोल्ड मेडल मैच से पहले डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। विनेश के साथ-साथ पूरे देश का दिल टूट गया। हालांकि, जब विनेश भारत लौटीं तो उनका स्वागत विजेताओं की तरह किया गया। इसी बीच, ऐसी भी खबरें आईं कि विनेश फोगाट राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकती हैं।
विनेश ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग का फाइनल खेलने के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कुश्ती से संन्यास ले लिया था। शुक्रवार 23 अगस्त 2024 को खबरें आईं कि विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। दरअसल, विनेश फोगाट जब पेरिस से स्वदेश लौटी थीं, तो दिल्ली एयरपोर्ट पर उनसे कांग्रेसी नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुलाकात की थी।
विनेश के दिल्ली एयरपोर्ट से अपने गांव बलाली जाने के दौरान दीपेंद्र काफी समय तक विनेश के साथ ही रहे। 22 अगस्त को खबर आई कि विनेश फोगाट ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा से मुलाकात की। इसके बाद 23 अगस्त को खबर आई कि विनेश फोगाट प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात कर सकती हैं। हालांकि, विनेश के कांग्रेस ज्वाइन करने के सवाल को भूपिंदर सिंह हुड्डा ने काल्पनिक बताया।
हरियाणा के पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, ‘यह एक काल्पनिक सवाल है। एथलीट सिर्फ एक पार्टी के नहीं होते, वे पूरे देश के होते हैं। अगर कोई पार्टी में शामिल होता है, तो आपको पता चल जाएगा…। जो भी पार्टी में शामिल होता है, हम उसका स्वागत करते हैं…, लेकिन यह एक काल्पनिक सवाल है। यह उन पर निर्भर करता है। आज उनके साथ अन्याय हुआ है। उन्हें उचित सम्मान मिलना चाहिए। उन्हें राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए।’
भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, ‘…मैंने कहा था कि उन्हें वही सम्मान मिलना चाहिए जो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को मिलता है। उन्हें वह नहीं मिला। सरकार ने उनके लिए रजत पदक सम्मान की घोषणा की। मैंने कहा था कि जैसे सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा में मनोनीत किया गया, वैसे ही उन्हें भी मनोनीत किया जाना चाहिए। उनके साथ अन्याय हुआ है, उन्हें न्याय नहीं मिला।’
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए कुछ दिन पहले ही चुनाव का ऐलान किया गया है। सूबे में एक अक्टूबर 2024 को मतदान होना है और 4 अक्तूबर नतीजे आएंगे। ऐलान के बाद ही सभी दल चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता बचाने की कोशिश में लगी है। कांग्रेस भी वापसी करना चाहती है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हरियाणा में इस बार के विधानसभा चुनाव काफी रोचक होंगे।